
कमरे का दरवाजा खुला। इबादत बेड पर बैठी हुई थी। लेकिन दरवाजा खुलने की आवाज को सुनकर उसने गेट की तरफ देखा। दर्श अंदर की तरफ आया।
दर्श को देखकर इबादत तुरंत गुस्से के साथ बोली, "तुम मुझे आखिर कब तक यहां कैद करने वाले हो?”

कमरे का दरवाजा खुला। इबादत बेड पर बैठी हुई थी। लेकिन दरवाजा खुलने की आवाज को सुनकर उसने गेट की तरफ देखा। दर्श अंदर की तरफ आया।
दर्श को देखकर इबादत तुरंत गुस्से के साथ बोली, "तुम मुझे आखिर कब तक यहां कैद करने वाले हो?”
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