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एक पल के लिए दुआ को समझ ही नहीं आया कि वो रिएक्ट करे तो कैसे। वो अपने सामने पसीने से लथपथ, बाल बिखरे हुए और मस्कुलर चेस्ट पर मौजूद पसीने की कुछ बूंदों के साथ व्यांश को खड़ा देख रही थी। वो दौड़ कर आया था, जिस वजह से उसकी सांसें तेज़ चल रही थीं, पर उसकी निगाहें सिर्फ और सिर्फ दुआ के चेहरे पर टिकी हुई थीं।

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