
सेजल अभी भी शॉक्ड एक्सप्रेशन के साथ खड़ी थी, लेकिन तभी कमरे का दरवाजा खुला और सुनीता अंदर आते हुए बोली, "अरे सेजल बेटा, तुम आ गई?"
सुनीता की आवाज सुनकर दुआ ने जल्दी से सेजल को आंखें दिखाई और उसे शांत रहने का इशारा किया। इसके बाद वो व्यांश की तरफ मुड़कर बोली, "व्यांश, आज की क्लासेस खत्म हुईं। तुम कल अपने टाइम से आ जाना, अभी मैं थोड़ा रेस्ट करना चाहती हूं।"

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