
रात का वक्त था। एक बेहद आलीशान खूबसूरत कमरे में बेड पर दुआ आंखें बंद करके लेटी हुई थी। लेकिन अब धीरे-धीरे उसकी पलकें फड़फड़ाने लगीं। उसने अपनी आंखें खोलीं। एक सेकंड के लिए उसे कुछ भी समझ नहीं आया। वो धीरे से चारों तरफ देखने लगी। इस वक्त वो काफी लग्जरियस कमरे में थी। राउंड शेप बेड पर लेटी हुई थी। खुद को वहां देखकर दुआ को कुछ समझ नहीं आया। वो तुरंत अपने पेट को पकड़ ली। उसका बड़ा सा निकला हुआ पेट उसे बिल्कुल सही-सलामत महसूस हुआ। वो धीरे से अपना सिर पकड़ते हुए बोली, “मुझे क्या हुआ था? मुझे ठीक से कुछ याद क्यों नहीं आ रहा है? और मैं किस जगह पर हूं? ये कमरा बहुत लग्जरियस लग रहा है, पर मैं यहां कैसे आई?”




















Write a comment ...