द्रांश ने अगले ही पल मल्लिका के होंठों को अपने होंठों में कैद कर लिया। मल्लिका की पकड़ उसके कंधों पर बेहद कस गई, और द्रांश उसे बेहद पैशनेटली चूमने लगा। उनके बीच अब कोई फासला नहीं था, और द्रांश इस वक्त उसे पूरी तरह से एक्सप्लोर कर रहा था। मल्लिका चाहती थी कि वो उसे खुद से दूर कर दे, लेकिन उसकी बाहों में वो खुद को बेहद कमजोर महसूस कर रही थी। उसने बस अपनी आंखें कसकर बंद कर लीं।
उसे पता था कि उसका स्ट्रगल करने का कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि द्रांश वही करेगा जो उसकी मर्जी होगी। अगर उसने विरोध किया, तो वो उसे ब्लैकमेल करके फिर से अपने तरीके से काबू कर लेगा। इससे अच्छा था कि वो स्ट्रगल ही न करे।

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