सभी की नजरें सौम्या पर जा टिकी थीं क्योंकि उसके हाथ में मौजूद बॉक्स नीचे गिर चुका था। उसकी आंखें अब भी फटी की फटी रह गई थीं, और वो बस सामने से अंदर आते Ahankar Rajvanshi को देख रही थी। अहंकार को देखकर जैसे सौम्या का अतीत उसकी आंखों के सामने तैरने लगा। उसके हाथ-पैर कांपने लगे, और वो अनजाने में अपने कदम पीछे खींचने लगी।
दूसरी तरफ, अहंकार, जिसकी आंखों पर black sunglasses थे, जब अंदर आया तो उसने अपने glasses उतारे। जैसे ही उसने सामने देखा, उसकी नजरें सौम्या की नजरों से टकराईं। सौम्या के चेहरे पर एकदम से डर और हैरानी के मिले-जुले भाव आ गए। उसकी आंखें पूरी तरह से बाहर निकल आईं, जैसे वो किसी भूत को देख रही हो।

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