इधर, दूसरी तरफ कार में—
कार तेज़ रफ्तार से चल रही थी। मल्लिका खिड़की की सीट से लगभग चिपककर बैठी थी और लगातार बाहर देखे जा रही थी। लेकिन दूसरी तरफ, द्रांश उसे काफी गहरी नज़रों से देख रहा था। हल्का-हल्का मल्लिका को एहसास हो रहा था कि द्रांश उसे intensely देख रहा है, लेकिन वो चाहकर भी रिएक्ट नहीं कर सकती थी। वो चाहकर भी द्रांश की तरफ नहीं देखना चाहती थी, इसलिए उसने अपनी ड्रेस को कसकर पकड़ लिया।

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