
दुआ अंदर की तरफ आई। सुनीता जी और आरुषि दोनों ही आपस में बात कर रही थीं। आरुषि की नजर दुआ पर गई, जो अंदर आ रही थी। आरुषि, दुआ को देखकर बड़ी सी स्माइल के साथ बोली, "दुआ बेटा, तुम तो बहुत खूबसूरत हो।" आरुषि दुआ को ऊपर से नीचे तक बहुत ध्यान से देखने लगी।
दुआ स्माइल के साथ अपने बालों को कान के पीछे करते हुए अंदर आई और बोली, "गुड मॉर्निंग आंटी।"

Write a comment ...