
"इस वक्त दुआ और व्यांश दोनों की नज़रे एक-दूसरे की आँखों में थी। व्यांश ने बहुत टाइटली दुआ की कमर पकड़ रखी थी। जब दुआ को अपनी नाज़ुक कमर पर हल्का दर्द महसूस हुआ, तब जाकर उसे होश आया। होश में आते ही उसे अपने दिल की तेज़ धड़कनें सुनाई दीं। उसने फौरन व्यांश को खुद से दूर करते हुए कहा, 'तुम क्या कर रहे हो?'
फिर भी खुद को जल्दी संभालते हुए व्यांश ने धीरे से कहा, 'Teacher, I’m sorry… आप गिरने वाली थीं, इसलिए मैंने आपको पकड़ लिया।'

Write a comment ...